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Jo jita vohi sikander movie download review -जो जीता वोही सिकन्दर

                                                                                  JO JITA VOHI SIKANDER                                       movie                                                                                                                                        फिल्म की शुरुआती दृश्य में देहरादून के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ कुछ  ...

Manthan- movie , मंथन फिल्म -ऐक समीक्षा।

                                Manthan movie story in Hindi          भारत की अधिकतर जनसंख्या गाँवो में बसी है, और उनकी आमदनी कृषी पर निर्भर है। भारत की इसी ग्रामीण अर्थव्यस्था सुद्ढ करने में डेरी उधोग की प्रमुख भूमिका है । कृषी एवं डेरी उधोग के बीच परस्पर निर्भरता वाले संबंध है , आंतरराष्ट्रीय  बाजार में भारत का अपना विशेष स्थान है । और यह विश्व में सबसे बड़ा दुध उत्पादक और दुध उत्पादो का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक  देश है , भारत को इस शिखर पर ले जाने का श्रेय वर्गीस कुरियन को जाता है, वर्गीस कुरियन ने सहकारीता के जरिए दुध उत्पादन को जनांदोलन बनाया , उन्हों ने जिसके लिये काफी संघर्ष किये , इसी संघर्ष का प्रतिबिंब हैफिल्म " मंथन " ।                                                                    ...

Sadama movie story in hindi,सदमा फिल्म कहानी ।

                            SADAMA                                   MOVIE                                                                           सामान्य रूप से हिंदी फिल्मों में औरतो को त्याग की मूर्ति , सहनशीलता का सागर , अन्याय के  खिलाफ लड़ने वाली वीरांगना दिखाया जाता है ,ऐसा करके नारी को motivate करना और समाज में बदलाव लाना ऐक अच्छी बात है , लेकीन इसी के  चलते फिल्म के हीरो फाईट और डांस तक सीमित हो जाता है । उनको अपनी भावना प्रदर्शित करने का एवं आदमी के अंदर भी कई संवेदना छिपी है यह बात बताने का मौका ही नही मिलता                                  ...

Aakhir kyu ? Movie download Review आखिर क्यूँ ? फिल्म -ऐक समीक्षा ।

 Akhir kyu movie download review                                                  फिल्म का शीर्षक ऐक  प्रश्नार्थ सूचित करता है , जो की  समाज के भेदभावभरे ढाँचे को ऊँगली निर्देश करता है । जिसके लिये फिल्म की नायिका निशा (स्मिता पाटिल )की दर्द एंव संघर्ष भरी जीवन कथा पर ऐक दृष्टि डालना जरूरी है ।निशा ऐक लेखिका है , शुरुआती दृश्य में उसकी किताब  "परिक्रमा "का विमोचन दिखाया जाता है ,  यह उसकी आत्मकथा है । उनके  कुछ शब्द इस प्रकार है :- "गं गा किनारे बसे गाँव बसंतपुर में मेरा छोटा सा घर था , बहा माँ थी , बापू थे , दादी थी औऱ छोटी सी निशा यानी मै । बहुत धुंधली सी यादें बाकी है अब तो क्यूँ की जब तक मै समजदार होती , प्रकृति की बेसमज ने हमारे गाँव को बाढ़ की चपेट में ले लीया , सब खत्म हो गया , मुठ्ठीभर  लोगो को छोड़ -जिसमे ऐक अभागी मै भी थी , खबर पाते  ही  शहर  से  मेरे  मामा  आए और मुजे साथ  में ले...